पाकिस्तान के ‘मार्केट’ हुए धराशायी, भारत ने दिखाया ‘इकोनॉमिक पंच’ – पूरी कहानी!

By csvt4256

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India and Pakistan market reaction

जब भारत ने पाकिस्तान के आतंकी ठिकानों पर मिसाइल दागी, तो दोनों देशों के शेयर बाजारों ने झटके खाए। लेकिन कुछ ही घंटों में स्थिति साफ हो गई-भारत का बाजार लचीला निकला, जबकि पाकिस्तान का शेयर बाजार धराशायी हो गया!

बाजारों ने दिया साफ संकेत: “भारत मजबूत, पाकिस्तान कमजोर”

  • भारत: Nifty ने दिन के अंत में मामूली बढ़त दर्ज की, विदेशी निवेशकों (FIIs) ने 2,585 करोड़ रुपये की खरीदारी की।
  • पाकिस्तान: कराची शेयर बाजार 3.13% गिरा, दिन भर में तो 6% से ज्यादा की गिरावट देखी गई।

क्यों डरा पाकिस्तान का बाजार?

  • पाकिस्तान पहले से ही आर्थिक संकट में है, विदेशी मुद्रा भंडार खत्म होने की कगार पर।
  • भारत ने सिंधु जल समझौता रद्द किया, व्यापार बंद किया और पाकिस्तान के लिए बंदरगाहों पर पाबंदी लगाई।
  • अगर युद्ध बढ़ा, तो पाकिस्तान की अर्थव्यवस्था पूरी तरह चरमरा सकती है।

“युद्ध होगा तो क्या होगा?” – बाजार का अनुमान

इतिहास बताता है कि भारतीय बाजार आतंकी हमलों के बाद जल्दी संभल जाता है:

  • पुलवामा और उरी हमले के बाद बाजार ने दो हफ्ते में रिकवरी कर ली थी।
  • कारगिल युद्ध में थोड़ा ज्यादा वक्त लगा, लेकिन बाजार ने फिर भी जल्दी सुधार किया।

लेकिन इस बार अलग क्या है?

  • पाकिस्तान की आर्थिक हालत पहले से खस्ता है, युद्ध का खर्च उठाने की ताकत नहीं।
  • भारत के पास विदेशी निवेशकों का भरोसा, जो लगातार पैसा लगा रहे हैं।

दुनिया क्या कह रही है?

  • अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रम्प: “मैं दोनों देशों से अच्छे संबंध रखता हूं, उम्मीद है कि वे संघर्ष रोकेंगे।”
  • IMF: “तनाव कम करो, शांति से हल निकालो।”

लेकिन पाकिस्तान में गरम दिमाग हावी:

  • पाकिस्तानी सेना ने लाहौर में युद्ध की तैयारी शुरू कर दी।
  • गांवों को खाली कराया जा रहा है, लोगों को सुरक्षित स्थानों पर भेजा जा रहा है।

भविष्य का अनुमान: क्या भारत जीतेगा आर्थिक जंग?

अगर युद्ध नहीं बढ़ा, तो बाजार जल्दी सुधर जाएंगे। लेकिन अगर पाकिस्तान ने कोई बड़ी चाल चली, तो:

  • भारत का बाजार: थोड़ा झटका खाएगा, लेकिन जल्दी संभल जाएगा।
  • पाकिस्तान का बाजार: पूरी तरह डूब सकता है, क्योंकि पहले से ही संकट में है।

फिलहाल, भारत की अर्थव्यवस्था ने पाकिस्तान को पछाड़ दिया है। अब देखना है कि क्या पाकिस्तान इस हार को स्वीकार करेगा या फिर और बड़ा जोखिम उठाएगा!

नोट: बाजार में निवेश करने से पहले विशेषज्ञों की सलाह जरूर लें। युद्ध जैसी स्थितियों में बाजार अप्रत्याशित रूप से प्रतिक्रिया दे सकते हैं।