बिहार में विधानसभा चुनाव की तारीखों की आधिकारिक घोषणा अभी नहीं हुई है, लेकिन प्रदेश का राजनीतिक माहौल पहले से ही चुनावी रंग में रंग चुका है। राहुल गांधी की ‘वोटर अधिकार यात्रा’ और तेजस्वी यादव की ‘बिहार अधिकार यात्रा’ के बाद अब हर दल अपने-अपने तरीके से जनता को साधने में जुटा है। नीतीश कुमार के नेतृत्व में एनडीए भी पूरी तैयारी में है। ऐसे में सबसे बड़ा सवाल यह है कि बिहार की जनता मुख्यमंत्री पद के लिए किस चेहरे को अपनी पहली पसंद मान रही है।
वोट वाइब सर्वे: किसके पक्ष में झुका जनमत?
हाल ही में वोट वाइब (Vote Vibe) ने 3 सितंबर से 10 सितंबर 2025 के बीच एक सर्वे किया। इसमें कुल 5,635 लोगों से सैंपल कलेक्ट किया गया। सर्वे के नतीजे चौंकाने वाले हैं और इस बार मुकाबला काफी दिलचस्प होता दिख रहा है।
सीएम फेस पर जनता की राय
- तेजस्वी यादव (राजद) → 33.5%
- नीतीश कुमार (जेडीयू-एनडीए) → 24%
- प्रशांत किशोर (जन सुराज पार्टी) → 13.7%
सर्वे में साफ दिखा कि जनता की पहली पसंद अभी भी तेजस्वी यादव हैं। जुलाई में उन्हें 32.1% समर्थन मिला था, जो अब बढ़कर 33.5% हो गया है। वहीं नीतीश कुमार का ग्राफ नीचे आया है-जुलाई में उन्हें 25% लोगों का समर्थन मिला था, जो सितंबर में घटकर 24% रह गया।
सबसे दिलचस्प आंकड़ा प्रशांत किशोर का है। जुलाई में जहां केवल 12.4% लोग उन्हें सीएम के रूप में देखना चाहते थे, वहीं सितंबर में यह बढ़कर 13.7% हो गया।
तीसरे विकल्प के रूप में उभर रहे हैं प्रशांत किशोर
सर्वे से यह भी सामने आया है कि प्रशांत किशोर की जन सुराज पार्टी (JSP) बिहार चुनाव में एक तीसरे विकल्प के रूप में उभर सकती है।
- JSP को अनुमानित 8.7% वोट शेयर मिल सकता है।
- रिपोर्ट के मुताबिक, प्रशांत किशोर का असर उन सीटों पर खास होगा जहां एनडीए और महागठबंधन के बीच कांटे की टक्कर है।
- यह पार्टी कई सीटों पर किंगमेकर की भूमिका निभा सकती है।
क्या होगा चुनावी समीकरण?
- तेजस्वी यादव की लोकप्रियता लगातार बढ़ रही है और वे युवाओं व किसानों के बीच अपनी पकड़ मजबूत बना रहे हैं।
- नीतीश कुमार, हालांकि लंबे समय से सत्ता में हैं, लेकिन इस बार उनका समर्थन आधार थोड़ा कमजोर होता दिख रहा है।
- प्रशांत किशोर की एंट्री ने चुनाव को त्रिकोणीय मुकाबले की ओर धकेल दिया है, जिससे नतीजे और भी रोमांचक हो सकते हैं।
निष्कर्ष
बिहार विधानसभा चुनाव 2025 इस बार बेहद दिलचस्प होने वाला है।
- तेजस्वी यादव जनता की पहली पसंद बने हुए हैं।
- नीतीश कुमार को अभी भी मजबूत समर्थन है लेकिन पिछले सर्वे की तुलना में गिरावट आई है।
- प्रशांत किशोर की बढ़ती लोकप्रियता यह संकेत देती है कि वे चुनावी तस्वीर बदल सकते हैं।
अब सबकी नजर चुनाव आयोग की आधिकारिक घोषणा पर है। माना जा रहा है कि चुनाव अक्टूबर-नवंबर 2025 में कराए जाएंगे।