Sadak 2 Review: ‘सड़क 2’ देखकर यही ख़्याल आएगा- इससे तो ‘सड़क’ दूसरी बार देख लेते
जैसा की आप सभी जानते हैं फिल्म ‘सड़क 2’ के ट्रेलर को लोगों ने इतना Dislike किया की सारे रिकॉर्ड टूट गए. आपकी जानकारी के लिए बता दें की फिल्म इससे कही जादा उबाऊ है. इसे देख कर आपके मन में यही ख्याल आएगा की इससे अच्छा तो पुरानी फिल्म ‘सड़क’ दोबारा देख लेते.
Sadak 2 Movie Review
रियल लाइफ में कुछ ढोंगी बाबाओं की न्यूज़ देख कर शायद ये फिल्म बना दी गई है. ढोंगी बाबाओं के ख़िलाफ़ एक कैम्पन को इस फिल्म में दिखाया गया है. फिल्म शुरू में कहाँ जा रही है ये समझ से बहार है. ये इतना कंफ्यूज करती है की जब तक आप इसे समझेंगे तब तक आप फिल्म से उब चुके होंगे.
‘सड़क 2’ की कहानी
‘सड़क 2’ की कहानी आर्या (आलिया भट्ट) की बदले वाली भावना से शुरू होती है. आर्या (आलिया भट्ट) के अनुसार उसकी सारी फॅमिली एक ढोंगी बाबा की अंधभक्त है. आर्या को लगता है की इस बाबा की साजिश की वजह से उसकी माँ की मौत हुई है. वो इस तरह के बाबाओं से बदला लेना चाहती है. आर्या (आलिया भट्ट) के इस मकसद के बीच उसे विशाल (आदित्य रॉय कपूर) से प्यार हो जाता है.
आर्या रवि किशोर (संजय दत्त) की टैक्सी बुक करती है पर, रवि की पत्नी की इसी तरह की बुकिंग करने पर तीन महीने पहले मौत हो जाती है. इससे रवि गहरे अवसाद में होता है. जिसके चलते रवि आर्या (आलिया भट्ट) के साथ चलने को तैयार नहीं होता. आर्या उसे किसी तरह मना लेती है.
इसके बाद रवि, आर्या और उसके व्बॉयफ्रेंड विशाल (आदित्य रॉय कपूर) को लेकर यात्रा पर निकल पड़ते हैं. यात्रा के दौरान कुछ घटनाएं होती हैं, जिनके चलते रवि, आर्या की मदद को अपनी ज़िंदगी का मक़सद बना लेता है.
कलाकार- संजय दत्त, आलिया भट्ट, आदित्य रॉय कपूर, जिशु सेनगुप्ता, मकरंद देशपांडे, मोहन कपूर, गुलशन ग्रोवर, पूजा भट्ट (आवाज़) आदि।
निर्देशक- महेश भट्ट
निर्माता- मुकेश भट्ट
स्टार- ** (दो स्टार)